Showing posts with label सम्मान. Show all posts
Showing posts with label सम्मान. Show all posts

Monday, January 22, 2018

Shourya or Samman (शौर्य और सम्मान)

पुरुषार्थ और पराक्रम ये राजपूती देन है।
इसे ना मिटने देना ना कम होने देना,
हमने बचाया अपनी माँ की अस्मिता को,
इसे ना तुम कभी लुटने देना।
जो हाथ बढ़े इस ओर उन्ही वही खत्म कर देना,
आज कही खो रहा है वो शौर्य वो पराक्रम,
कब इसको तुम ना खोने देना।
ये हमारा पराक्रम ही था जो आज भी हम है,
इसी के बल पर हमने भगवा फहराया है,
न खोने देना, न मिटने देना,
जो आंच आये इस पर तो तूफान बनकर उभरना।

Video:-https://youtu.be/giFejyZEvVk

By:- Bhanwar Digvijay Singh Gaur

Shyari part-01