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Monday, January 22, 2018

Shourya or Samman (शौर्य और सम्मान)

पुरुषार्थ और पराक्रम ये राजपूती देन है।
इसे ना मिटने देना ना कम होने देना,
हमने बचाया अपनी माँ की अस्मिता को,
इसे ना तुम कभी लुटने देना।
जो हाथ बढ़े इस ओर उन्ही वही खत्म कर देना,
आज कही खो रहा है वो शौर्य वो पराक्रम,
कब इसको तुम ना खोने देना।
ये हमारा पराक्रम ही था जो आज भी हम है,
इसी के बल पर हमने भगवा फहराया है,
न खोने देना, न मिटने देना,
जो आंच आये इस पर तो तूफान बनकर उभरना।

Video:-https://youtu.be/giFejyZEvVk

By:- Bhanwar Digvijay Singh Gaur

Saturday, June 27, 2015

Ek Kahani(एक कहानी)

एक कहानी हूँ मै,
बिखरे लफ्ज़ों कि एक कहानी हूँ मै,
टूटे अल्जफाजो कि एक कहानी हूँ मै,
एक कहानी हूँ मै बचपन कि यादों की,
एक कहानी हूँ मै आने वाले कल की,
पढ़ो तो एक कहानी हूँ मै, समझो तो एक जिंदगी हूँ मै,
कभी दादी तो कभी नानी कि एक कहानी हूँ मै,
कभी पिता कि डाट तो कभी माँ के दुलार में हूँ मै,
कुछ छुपी बातों को अपने में समेटे हुए हूँ मै,
एक कहानी हूँ मै,
कभी भाई-बहिनों संग कि मस्ती कि खुशी हूँ मै,
तो कभी स्कूल में हुए झगडे कि एक कहानी हूँ मै,
कभी यारों कि यारी हूँ मै, कभी अपनो का प्यार हूँ मै,
कभी जवानी का जोश, तो कभी जिम्मेदारी का एहसास हूँ मै,
कभी अपनों का सहारा हूँ, तो कभी अपनों के सहारे कि उम्मीद हूँ मै,
मै आज हूँ, मै कल हूँ, एक कहानी हूँ मै,
कुछ भूली बिसरी यादें हूँ मै, कुछ नए ख्वाब हूँ मै,
कभी टूटती हुई हिम्मत हूँ मै, तो कभी जिने का एहसास हूँ मै,
एक कहानी हूँ मै


Shyari part-01